साध्वी प्रियरंजना श्रीजी के 36वें दीक्षा दिवस पर हुआ अनुकम्पा व जीवदया कार्यक्रम
अंध मुकवधिर विधालय व गौपाल गौशाला में हुआ कार्यक्रम
बाड़मेर 31 मई। परम पूज्य खरतरगच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री जिन मणिप्रभसूरिश्वर जी म.सा. की आज्ञानुवर्तिनी गच्छगणिनी साध्वी सुलोचना श्रीजी म.सा. की सुशिष्या साध्वीरत्ना प्रियरंजना श्रीजी म.सा. के संयम दिवस के उपलक्ष में एक दिवसीय अनुकम्पा पुण्य व जीवदया कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गुरुभक्त नरेश लूणिया व खेतमल तातेड़ ने बताया कि साध्वीरत्ना प्रियरंजना श्रीजी म.सा. के 36वंे दीक्षा दिवस के उपलक्ष में गुरुभक्त बाबूलाल भूरचन्द लूणिया परिवार धोरीमन्ना वाले बाड़मेर द्वारा श्री अंध मुक वधिर विद्यालय गेहूं में मंद बुद्धि वाले युवक-युवतियां व मुक वधिर बच्चो को अनुकम्पा भोजन व गौपाल गौशाला में गायो को गुड़ व चारा देकर दीर्घायु की कामना की। इस कार्यक्रम के दौरान कोविड-19 के तहत सोशल डिस्टेन्स रखते हुए कुशल वाटिका कोषाध्यक्ष बाबूलाल टी बोथरा, गौपाल गौशाला अध्यक्ष शंकरलाल पड़ाईया, जैन श्री संघ उपाध्यक्ष बाबूलाल मालू, अनाज व्यापार संघ उपाध्यक्ष गौतमचंद संखलेचा चमन, केयुप सचिव केवलचन्द छाजेड़, भामाशाह नरेश लूणिया, खेतमल तातेड, केयुप ईरोड़ अध्यक्ष भरत डोसी, सचिव रमेश सेठिया, भुरचन्द संखलेचा मिर्ची, प्रकाशचन्द बोहरा, मुकेश धारीवाल,विहार ग्रुप अध्यक्ष सुनिल छाजेड़, कपिल मालू अंध मूकबधिर विद्यालय व्यवस्थापक धर्मपाल, ईश्वरसिंह फागलिया सहित कई लोग उपस्थित थे। गौपाल गौशाला पहुंचने पर ट्रस्ट अध्यक्ष शंकरलाल पड़ाईया द्वारा सभी गुरुभक्तो का दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया गया। इसके बाद सभी को अल्पाहार करवाया गया । इस सम्पूर्ण कार्यक्रम का लाभ लूणिया परिवार की ओर से किया गया। भामाशाह नरेश लूनिया ने कहा कि साध्वी प्रियरंजना श्रीजी म.सा. की दीक्षा 31 मई सन 1985 को बाड़मेर नगर की धर्मधरा परम पूज्य आचार्य सम्राट श्री जिन कान्तिसागरसूरिश्वर जी म.सा. के गृदहस्ते सम्पन्न हुई,इसके बाद आप श्री सलोचना श्रीजी म.सा. की श्ष्यिा बनी। इसके बाद पुरे भारतभर में 35 ऐतिहासिक चातुर्मास बड़े धूम-धाम से किए व 2013 में बाड़मेर ऐतिहासिक चातुर्मास हुआ था उस समय से हमारे परिवार का बहुत अच्छा लगाव है ओर यह कार्यक्रम हर साल दीक्षा दिवस पर हमारे परिवार की ओर किया जाता है।
बाड़मेर 31 मई। परम पूज्य खरतरगच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री जिन मणिप्रभसूरिश्वर जी म.सा. की आज्ञानुवर्तिनी गच्छगणिनी साध्वी सुलोचना श्रीजी म.सा. की सुशिष्या साध्वीरत्ना प्रियरंजना श्रीजी म.सा. के संयम दिवस के उपलक्ष में एक दिवसीय अनुकम्पा पुण्य व जीवदया कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गुरुभक्त नरेश लूणिया व खेतमल तातेड़ ने बताया कि साध्वीरत्ना प्रियरंजना श्रीजी म.सा. के 36वंे दीक्षा दिवस के उपलक्ष में गुरुभक्त बाबूलाल भूरचन्द लूणिया परिवार धोरीमन्ना वाले बाड़मेर द्वारा श्री अंध मुक वधिर विद्यालय गेहूं में मंद बुद्धि वाले युवक-युवतियां व मुक वधिर बच्चो को अनुकम्पा भोजन व गौपाल गौशाला में गायो को गुड़ व चारा देकर दीर्घायु की कामना की। इस कार्यक्रम के दौरान कोविड-19 के तहत सोशल डिस्टेन्स रखते हुए कुशल वाटिका कोषाध्यक्ष बाबूलाल टी बोथरा, गौपाल गौशाला अध्यक्ष शंकरलाल पड़ाईया, जैन श्री संघ उपाध्यक्ष बाबूलाल मालू, अनाज व्यापार संघ उपाध्यक्ष गौतमचंद संखलेचा चमन, केयुप सचिव केवलचन्द छाजेड़, भामाशाह नरेश लूणिया, खेतमल तातेड, केयुप ईरोड़ अध्यक्ष भरत डोसी, सचिव रमेश सेठिया, भुरचन्द संखलेचा मिर्ची, प्रकाशचन्द बोहरा, मुकेश धारीवाल,विहार ग्रुप अध्यक्ष सुनिल छाजेड़, कपिल मालू अंध मूकबधिर विद्यालय व्यवस्थापक धर्मपाल, ईश्वरसिंह फागलिया सहित कई लोग उपस्थित थे। गौपाल गौशाला पहुंचने पर ट्रस्ट अध्यक्ष शंकरलाल पड़ाईया द्वारा सभी गुरुभक्तो का दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया गया। इसके बाद सभी को अल्पाहार करवाया गया । इस सम्पूर्ण कार्यक्रम का लाभ लूणिया परिवार की ओर से किया गया। भामाशाह नरेश लूनिया ने कहा कि साध्वी प्रियरंजना श्रीजी म.सा. की दीक्षा 31 मई सन 1985 को बाड़मेर नगर की धर्मधरा परम पूज्य आचार्य सम्राट श्री जिन कान्तिसागरसूरिश्वर जी म.सा. के गृदहस्ते सम्पन्न हुई,इसके बाद आप श्री सलोचना श्रीजी म.सा. की श्ष्यिा बनी। इसके बाद पुरे भारतभर में 35 ऐतिहासिक चातुर्मास बड़े धूम-धाम से किए व 2013 में बाड़मेर ऐतिहासिक चातुर्मास हुआ था उस समय से हमारे परिवार का बहुत अच्छा लगाव है ओर यह कार्यक्रम हर साल दीक्षा दिवस पर हमारे परिवार की ओर किया जाता है।

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